Bhole Baba: हाथरस वाले बाबा का एक और कारनामा आया सामने , नारायण साकार हरि बाबा पर हुए इस खुलासे से मच गया है हड़कंप। बाबा की गिरफ्तारी से खुल सकते हैं कई राज ! बेनकाब हो सकते हैं कई सफेदपोश और अफसर ! बाबा के काले अतीत में जुड़ गया है एक और अध्याय ।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को नारायण साकार हरि बाबा के प्रवचन के बाद मची भगदड़ में लगभग सवा सौ लोगों की जान चली गई ।सैकड़ों लोग इस घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए.घटना के बाद से बाबा अब तक फरार चल रहा है।
बाबा को आसमान खा गया या जमीन निगल गई अब तक पुलिस को उसकी लोकेशन का कोई पता नहीं चल पाया है. बाबा तो नहीं मिला लेकिन उसकी चिट्ठी जरूर आई थी जिसमें उसने कुछ असामाजिक तत्वों को इस घटना का जिम्मेदार बताया था।
अपने आप को भगवान नारायण का अवतार बताने वाले नारायण साकार हरि बाबा उर्फ Bhole Baba का अब राजस्थान कनेक्शन सामने आया है। इस कनेक्शन ने उसके कुकर्मों की किताब में एक और काला अध्याय जोड़ दिया है।
Bhole Baba का दौसा में पेपरलीक माफिया के साथ भी गहरा कनेक्शन होने का खुलासा हुआ है। Bhole Baba उर्फ नारायण साकार हरि बाबा पेपर लीक माफिया हर्षवर्धन मीणा के घर में 4-4 महीने में के अंतराल में अपना दरबार लगाता था।
Bhole Baba ने माफिया के मकान पर बना रखा था सेटअप
4 माह पूर्व फरवरी 2024 में जेईएएन भर्ती परीक्षा-2020 के पेपर लीक कराने वाले आरोपी हर्षवर्धन को एसओजी ने जब पकड़ा तो नारायण हरि का ये गुप्त दरबार सुर्खियों में आया। Paper Leak माफिया की गिरफ्तारी से खुलासा हुआ कि भोले बाबा ने जहाँ अपना डेरा बना रखा है, वो मकान हर्षवर्धन का ही है। और हर्षवर्धन मीणा इसी दरबार की आड़ में पेपरलीक का रैकेट चलाता था।
हाथरस कांड के बाद जब जयपुर-आगरा हाईवे के पास गोविंद कॉलोनी के लोगों से बात कि तो सामने आया कि एसओजी की रेड के बाद से यहां बाबा का कोई दरबार नहीं लगा है। और वो मकान रेड के बाद से बंद है। हालांकि वहाँ पर अब भी टेंट लगे हुए हैं।और मकान के बाहर एक बोर्ड लगा है जिस पर लिखा है “बाबा अभी निज प्रवास पर है।”
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पेपर लीक माफिया हर्षवर्धन का मकान जयपुर-आगरा हाईवे से सिर्फ़ 800 मीटर की दूरी पर है। Hathras Kand वाले Bhole Baba ने इस मकान को किराए पर लेकर इसमें पूरा आश्रम का सेटअप बना कर रखा था।जब यहां दरबार लगता था तो बोर्ड बदल दिया जाता था और उस पर लिख दिया जाता था “ नारायण साकार हरि की संपूर्ण ब्रह्मांड में सदा-सदा के लिए जय-जयकार हो।”
सिर्फ रात 9 बजे के बाद लगता था Bhole Baba का दरबार
इस आश्रम की सबसे खास बात ये थी कि यहां हमेशा सिर्फ़ रात के 9 बजे के बाद ही बाबा का दरबार सजता था। इस दरबार में आम जनता और अनजान व्यक्तियों की नो एंट्री होती थी । आसपास के लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यहाँ भोले बाबा की प्राइवेट आर्मी के दर्जनों गार्ड तैनात रहते थे। ये दरबार इतना गुप्त होता था कि Bhole Baba की Private Army हाईवे से कॉलोनी तक आने वाले रास्ते को भी बंद कर देती थी।
इसके चलते कोई भी आम आदमी Bhole बाबा से नहीं मुलाकात नहीं कर सकता था। यदि ज्यादा इमरजेंसी हुई तो आने वाले भक्त के आधार कार्ड की जांच के बाद ही उनकी Private Army दरबार में जाने की इजाजत देती थी। Bhole Baba के इस दरबार में हर्षवर्धन का आना-जाना अक्सर लगा रहता था।
आश्रम की तलाशी में मिले थे ये सबूत
पेपर लीक मामले में जब हर्षवर्धन को गिरफ्तार किया गया तब इस आश्रम का पता चला । इसके बाद जब यहाँ तलाशी ली गई तो यहाँ से पेपर लीक से जुड़ी कई आंसर शीट और अहम दस्तावेज बरामद हुए थे। इसके बाद इस बात की पुष्टि हुई कि इस आश्रम में दिव्य दरबार की आड़ में Paper Leak Mafia अपना रैकेट चला रहा था।
दबिश के बाद अनुयायियों संग भाग निकला था बाबा
एसओजी की आश्रम में दबिश के Bhole Baba अनुयायियों के साथ मौके से भाग निकला था और फिर फरार हो गया था।अब इस मामले के सामने आने के बाद बाबा का रहस्य और गहरा गया है।
अब बाबा की गिरफ्तारी को ले कर भी कई सवाल उठ रहें हैं। माना जा रहा है की बाबा की गिरफ्तारी से कई बड़े खुलासे हो सकते हैं जिनमे कई नेता और अफसरों पर भी गाज गिर सकती है।